महाराष्ट्र सरकार ने छात्रों के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना का नाम “Ladla Bhai Yojana” है। इस योजना के तहत छात्रों को 10,000 रुपये तक के Stipend दिया जाएगा। राज्य सरकार का मानना है कि इससे छात्रों की शिक्षा में मदद मिलेगी। यह योजना खासकर उन छात्रों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं।
मुख्यमंत्री ने इस योजना की घोषणा 15 जून 2024 को की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह योजना छात्रों के भविष्य को संवारने में अहम भूमिका निभाएगी। महाराष्ट्र सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी छात्र आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई न छोड़े। लाडला भाई योजना के तहत मिलने वाला Stipend छात्रों की शिक्षा में होने वाले खर्च को कम करेगा।
इस योजना के तहत कक्षा 8 से लेकर कॉलेज तक के छात्रों को लाभ मिलेगा। जो छात्र कक्षा 8, 9 और 10 में हैं, उन्हें 5,000 रुपये तक के Stipend दिया जाएगा। वहीं, 11वीं और 12वीं के छात्रों को 7,500 रुपये के Stipend मिलेगा। कॉलेज और उच्च शिक्षा के छात्रों को 10,000 रुपये तक के Stipend मिलेगा। यह राशि हर साल दी जाएगी। इससे छात्र अपनी किताबें, फीस, और अन्य पढ़ाई का सामान खरीद सकेंगे।
इस योजना का उद्देश्य सिर्फ आर्थिक मदद देना नहीं है। इसका मकसद छात्रों को पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करना भी है। महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि कई छात्र गरीबी के कारण पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं। इस योजना से उन्हें राहत मिलेगी। लाडला भाई योजना का नामकरण छात्रों के प्रति सरकार की भावनाओं को दर्शाता है। सरकार चाहती है कि हर छात्र को अपने परिवार का “लाडला” माना जाए और उसकी शिक्षा की जिम्मेदारी पूरी की जाए।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं। सबसे पहले, छात्र का महाराष्ट्र का निवासी होना जरूरी है। दूसरा, छात्र का नाम किसी सरकारी स्कूल या मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूल में होना चाहिए। तीसरा, परिवार की सालाना आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। यह योजना अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), और आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए है।
लाडला भाई योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है। छात्र ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए छात्र “महा-शिक्षा पोर्टल” पर जा सकते हैं। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद, छात्र को अपना नाम, स्कूल का नाम, कक्षा, और परिवार की आय की जानकारी देनी होगी। साथ ही, आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, और स्कूल का प्रमाण पत्र भी अपलोड करना होगा।
ऑफलाइन आवेदन के लिए छात्र अपने स्कूल में जाकर फॉर्म भर सकते हैं। स्कूल प्रशासन इन फॉर्म्स को संबंधित विभाग में जमा करेगा। आवेदन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2024 रखी गई है। इसलिए छात्रों को समय पर आवेदन करना जरूरी है।
इस योजना से लगभग 10 लाख छात्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने इसके लिए 500 करोड़ रुपये का बजट रखा है। सरकार का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो बजट में बढ़ोतरी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में और भी योजनाएं लाने पर विचार कर रही है।
छात्रों और उनके माता-पिता ने इस योजना का स्वागत किया है। एक छात्र, रोहन पाटिल ने कहा, “मेरे पिता मजदूर हैं। उनके लिए मेरी पढ़ाई का खर्च उठाना मुश्किल है। लाडला भाई योजना से मुझे बहुत मदद मिलेगी। अब मैं अपनी किताबें और फीस की चिंता नहीं करूंगा।” इसी तरह, एक अन्य छात्रा, प्रिया यादव ने कहा, “यह योजना गरीब छात्रों के लिए वरदान है। मुझे खुशी है कि सरकार ने हमारी पढ़ाई के बारे में सोचा।”
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना से स्कूल छोड़ने वालों की संख्या में कमी आएगी। महाराष्ट्र के शिक्षा विभाग के अधिकारी ने कहा, “कई छात्र गरीबी के कारण स्कूल छोड़ देते हैं। यह योजना उन्हें पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करेगी।” उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि हर बच्चा शिक्षा के माध्यम से एक उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़े।
लाडला भाई योजना के साथ सरकार ने यह भी घोषणा की है कि जिन छात्रों का शैक्षणिक प्रदर्शन अच्छा होगा, उन्हें अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा। मेधावी छात्रों को 2,000 रुपये का विशेष इनाम भी दिया जाएगा। इससे छात्रों को मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी।
इस योजना के तहत मिलने वाला Stipend सीधे छात्रों के बैंक खाते में भेजा जाएगा। इससे भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी और पैसे सही हाथों में पहुंचेंगे। सरकार ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे छात्रों की आवेदन प्रक्रिया में मदद करें।
लाडला भाई योजना महाराष्ट्र के छात्रों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। यह योजना न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि समाज में शिक्षा के महत्व को भी बढ़ाएगी। सरकार का मानना है कि शिक्षा ही समाज और देश को प्रगति की राह पर ले जाती है।
छात्रों और उनके परिवारों के लिए लाडला भाई योजना एक राहत की खबर है। यह योजना उन छात्रों के सपनों को साकार करने में मदद करेगी जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते। मुख्यमंत्री ने कहा, “हर बच्चे का हक है कि वह शिक्षा पाए। लाडला भाई योजना के माध्यम से हम इस हक को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।